Dream11 और My11Circle में अब फ्री मैच, नए गेमिंग कानून के बाद क्या बदलाव आए
भारत में ऑनलाइन गेमिंग को लेकर नया कानून पास होने के बाद से ही बाजार में एक तरह की हलचल पैदा हो गई है। जो लोग नियमित रूप से Dream11 या My11Circle पर खेलते थे, उन्होंने अचानक कई बदलाव महसूस किए हैं। पहले जहां पैसे देकर कॉन्टेस्ट में हिस्सा लिया जा सकता था, अब वहां सिर्फ फ्री मैच दिख रहे हैं। ये बदलाव आखिर क्यों हुआ? और इसका खिलाड़ियों पर क्या असर पड़ा? चलिए आसान भाषा में समझते हैं।
नया गेमिंग बिल क्या कहता है?
2025 के बीच संसद में एक महत्वपूर्ण कानून पास हुआ – Promotion & Regulation of Online Gaming Act, 2025। इस कानून में साफ कहा गया है,
- कोई भी गेम जिसमें पैसा लगाकर इनाम जीतने का मौका हो, उसे “ऑनलाइन मनी गेम” माना जाएगा।
- चाहे खेल किस्मत पर आधारित हो या कौशल पर, हर तरह का पैसों वाला ऑनलाइन गेम प्रतिबंधित रहेगा।
- इसका प्रचार, विज्ञापन, यहां तक कि बैंक के जरिए लेन-देन भी पूरी तरह से बंद करना होगा।
कानून तोड़ने पर सख्त सजा है— अधिकतम तीन साल की जेल और एक करोड़ रुपए तक का जुर्माना।
Dream11 की स्थिति
भारत का सबसे लोकप्रिय फैंटेसी स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म Dream11 है। नए कानून के लागू होते ही उन्होंने घोषणा की— सभी पेड कॉन्टेस्ट बंद। अब ऐप पर जाते ही सिर्फ फ्री-टू-प्ले मैच दिखाई देते हैं।
लेकिन फ्री का मतलब ये नहीं कि कुछ मिलेगा ही नहीं। कई मैचों में टॉप रैंक वाले खिलाड़ी iPhone या दूसरे गिफ्ट्स पा रहे हैं। उदाहरण के लिए, हाल ही के एक फ्री कॉन्टेस्ट में 1-20 रैंक वाले खिलाड़ियों को iPhone 16 देने की घोषणा की गई।
यहां अब पैसा जमा नहीं किया जा सकता, लेकिन जिनके अकाउंट में पहले से बैलेंस था, वे अभी भी वह पैसा विदड्रॉ कर सकते हैं।
My11Circle के बदलाव
My11Circle ने भी यही रास्ता अपनाया। उनके आधिकारिक नोटिस में साफ बताया गया है—
- नए सिरे से पैसा जमा लेना बंद,
- सभी रियल-मनी गेम्स स्थगित,
- केवल फ्री मैच खेलने का विकल्प उपलब्ध रहेगा।
यानी अब उपयोगकर्ता यहां सिर्फ मुफ्त में खेल सकते हैं।
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| My11Circle ऐप पर फ्री मैच – Screenshot: My11Circle Official App |
खिलाड़ियों की प्रतिक्रिया
खिलाड़ियों के बीच मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है।
- कई लोग खुश हैं, क्योंकि अब बिना पैसे खर्च किए खेला जा सकता है।
- लेकिन जो पहले बड़े पैसों के कॉन्टेस्ट में खेलते थे, उनका कहना है कि इससे गेम का “थ्रिल” काफी कम हो गया है।
इसके अलावा कई लोग अपने पुराने बैलेंस को लेकर चिंतित थे। लेकिन कंपनी ने साफ किया है कि पैसा सुरक्षित है और चाहें तो निकाला जा सकता है। इसलिए इस मामले में डरने की कोई बात नहीं है।
कानूनी विवाद
असल में भारत में फैंटेसी स्पोर्ट्स को लेकर पहले से ही कानूनी खींचतान थी। सुप्रीम कोर्ट ने कई बार कहा था कि Dream11 जैसे गेम दरअसल कौशल का खेल (Game of Skill) हैं, किस्मत का नहीं। इसलिए ये वैध हैं।
लेकिन नए कानून में कौशल और किस्मत के बीच कोई अलग परिभाषा नहीं दी गई। सीधे कहा गया है— अगर पैसे जुड़े हैं तो वह गेम प्रतिबंधित है। यहीं से मुख्य विवाद शुरू होता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस पर फिर से अदालत में केस हो सकता है।
स्पॉन्सरशिप पर असर
सिर्फ खिलाड़ियों पर ही नहीं, क्रिकेट जगत पर भी इसका असर पड़ा है। Dream11 पहले IPL का आधिकारिक स्पॉन्सर था। लेकिन अब पैसे वाले गेम बंद होने से उस स्पॉन्सरशिप पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। इसी तरह My11Circle भी कई टूर्नामेंट को स्पॉन्सर करता था, उसका भविष्य अब अनिश्चित है।
आने वाले दिनों की संभावनाएं
अब सवाल उठता है— आगे क्या होगा?
- कंपनियां कह रही हैं कि वे कानून के साथ तालमेल बिठाकर नया मॉडल लाएंगी।
- कई शायद विज्ञापन-आधारित कमाई का रास्ता अपनाएं।
- कुछ कंपनियां अंतरराष्ट्रीय बाजार पर ज्यादा जोर दे सकती हैं।
संक्षेप में कहा जाए तो, Dream11 और My11Circle अब सिर्फ फ्री मैच दे रहे हैं। नए कानून के मुताबिक पैसे देकर खेलने का कोई मौका नहीं है। नतीजतन, एक ओर खिलाड़ी बिना खर्च के खेल पा रहे हैं, तो दूसरी ओर कंपनियों पर भारी आर्थिक दबाव आ गया है।
आने वाले समय में अदालत क्या फैसला लेती है और कंपनियां किस तरह अपने बिज़नेस मॉडल को बदलती हैं, यही देखने वाली बात होगी।

